इंडिया एलायंस को रौंदा भाजपा का ही बना मेयर शहर में जश्न का आलम, विरोधी जाएंगे कोर्ट
चंडीगढ़ की राजनीति में आया भूचाल
एंटिक ट्रुथ | आर के विक्रमा शर्मा( चंडीगढ़)
चंडीगढ़ की राजनीति में इस समय भूचाल आया हुआ है। पूरे देश की राजनीतिक पार्टियों की तिरछी नहीं बल्कि सीधी आंखें चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव पर लगी हुई है। नगर निगम के चुनाव में आज भाजपा ने विजय दौड़ फिर जीत ली है। शहर भर में जशनों का माहौल है शहर की जनता बेहद खुश और संतुष्ट नजर आ रही है। क्योंकि जनता का बहुमत भाजपा के निष्पक्ष करवाए गए विकास कार्यों को लेकर है। शहर के सर्वांगीण विकास में भारतीय जनता पार्टी के कार्यों की ही प्रशंसा हो रही है। और अगर भाजपा के लीडरों की सुनें तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से पार्षद या कार्यकर्ता अपनी पार्टियों को ठेंगा दिखाकर भाजपा में शामिल होने को आतुर हैं। और शहर की जनता भी इस खबर से वाकिफ है। जैसे कि कांग्रेस और आप पार्टी की फितरत है कि हारने के बाद दोषारोपण करते हैं। और भाग कर कोर्ट का दरवाजा खटखटा देते हैं। चुनाव चंडीगढ़ नगर निगम का है और अपने राज्यों का काम व जिम्मेदारी छोड़कर पंजाब के सीएम भगवंत मान और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, सांसद राघव चड्ढा सब इन छोटे से चुनाव में जिस तरह की भाग दौड़ कर रहे हैं। अपने स्वार्थ में गठबंधन कर रहे हैं। उसे देखकर शहर की जनता भी खूब मजे ले रही है।
कांग्रेस ने आप पार्टी से मिलकर बहुत ही नाटकीय ढंग से कांग्रेस के आरक्षित सीट के लिए मेयर के प्रत्याशी जसवीर बंटी को ड्रामा खेलते हुए मेयर की सीट से दूर करते हुए सांठ गांठ कर आप पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप कुमार टीटा को मेयर प्रत्याशी घोषित करवा दिया। जसवीर बंटी से नामांकन वापस करवाया गया। यहां तक कि कोर्ट का दरवाजा भी खटखटा दिया। और यहां तक भी जनता ने बखूबी सुना और देखा कि बंटी को कभी पंजाब पुलिस तो कभी चंडीगढ़ पुलिस घेराबंदी डाले रही। यह क्या नाटक था इस पर से पर्दा आगे चलकर उठेगा। कांग्रेस से मेयर की सीट छीनने के पीछे कांग्रेस के बड़े लीडरों की ही पार्टी के ऐसे होनहार प्रत्याशी के साथ दगाबाजी कही जा रही है। इस गेम का जसवीर बंटी को भी जिंदगी भर मलाल रहेगा। इसमें भी कोई दो राय नहीं है। क्योंकि जसवीर सिंह बंटी ने अपने वार्ड में समाज सेवा के और सरकारी सुविधाओं के लिए जी तोड़ मेहनत की है। और वह मेयर पद के लिए आरक्षित सीट के लिए तीनों दलों में कांग्रेस, आप पार्टी और भाजपा में सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा प्रत्याशी था।
नगर निगम के चुनाव पर पूरे देश की आंखें थी क्योंकि इंडिया महागठबंधन के बैनर तले आम पार्टी और कांग्रेस आई में यह समझौता हालांकि मौका परास्ती से ज्यादा कुछ नहीं था। क्योंकि कभी किसी वक्त बहुत बड़े मंच से आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने बहुत स्पष्ट और कठोर शब्दों में ऐलान किया था कि वह कांग्रेस के साथ कभी भी जिंदगी भर समझौता नहीं करेंगे। और शहर की जनता इसी फैसले से खफा हुई। आम पार्टी पर उन्होंने इतना विश्वास करके उनके सबसे ज्यादा उम्मीदवारों को जिताया। लेकिन उन्होंने फिर आखिर में न जाने कितने लालच के चलते कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया है। शहर की पढ़ी-लिखी वोटर क्लास को यह समझ नहीं आ रहा है कि अरविंद केजरीवाल ने थूक कर चाटने वाली बात क्यों की है। और यह बात भी आम पार्टी के ही कार्यकर्ताओं ने आपस में बहस बाजी में ही कही है।
उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम ने इंडिया महागठबंधन पर तंज कसा और कहा कि गठबंधन की यह पहली बड़ी हार है। और लोकसभा चुनाव में इंडिया महागठबंधन की हार के सिलसिले का पहला नींव पत्थर चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी ने जीत के साथ रख दिया है। आम पार्टी के सांसद राघव चड्ढा बोल रहे हैं बीजेपी ने देशद्रोह किया एक्शन हो। यूपी के डिप्टी मेयर केशव प्रसाद मौर्य बोल रहे हैं कि भाजपा की जीत ने इंडिया महागठबंधन की गांठ तो क्या चूलें तक हिला दी हैं। उक्त सिलसिले में आज आप पार्टी और कांग्रेस ने संयुक्त तौर पर राघव चड्ढा और कांग्रेस के पूर्व स्थानीय सांसद व केंद्रीय रेल मंत्री पवन कुमार बंसल के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। बोले कि बीजेपी ने देशद्रोह किया। लोकतंत्र की हत्या की। बीजेपी के साथ ही प्रीसाइडिंग ऑफीसर ने देशद्रोह किया उनके खिलाफ मुकदमा चलना चाहिए। उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
शहर वासियों की सुनें तो राघव चढ़ा अपना आपा खो चुके हैं। बीजेपी के हौसले बुलंद हैं। क्योंकि इंडिया महागठबंधन अगर चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव जीत जाता तो लोकसभा चुनाव में अपनी जीत को इसी आधार पर आगे बढ़ाना चाहते थे। लेकिन अब बुरी तरह धराशाई हो चुके हैं। अब भारतीय जनता पार्टी देश भर में महा गठबंधन की इसी हार को लेकर लोकसभा में भी रिकॉर्ड तोड़ सीटों पर जीतकर तीसरी बार सरकार बनाएगी। यही बीजेपी स्थानीय नेताओं कार्यकर्ताओं में विश्वास और जोश है। भाजपाइयों के घरों में गली मोहल्ले में मिठाइयां बांटी जा रही हैं ।हैरत तो यह है कि कई जगह बीजेपी से मिलने वाली सूचनाओं मुताबिक कांग्रेस आई के और आप पार्टी के युवा और बुजुर्ग व महिला कार्यकर्ता भी भाजपाइयों को बधाइयां और शुभकामनाएं दे रही हैं।
भाजपाई दौड़ दौड़कर उनका मुंह मीठा करवा रहे हैं। और उन्हें उम्मीद है कि आने वाले कुछ ही दिनों में यही लोग भाजपा में शामिल हो जाएंगे। राघव चड्ढा के मुताबिक आप और कांग्रेस के पास 20 मत थे। बीजेपी के पास 16 मत थे।भाजपा का हर वोट दुरुस्त रहा। इंडिया एलायंस के 8 मतों को इनवेलिड करार दिया गया। जबकि भाजपा के सभी वोट बिल्कुल दुरुस्त रहे। भाजपा के लोग इस वक्त जोश के मूड में है चंडीगढ़ फर्नीचर मार्केट में भीषण आग लगने से अनेकों दुकान तबाह हुई हैं। बहुत बड़ा नुकसान होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। खबर लिखे जाने तक दमकल की गाड़ियां आग बुझा रही है। धुंआ के ऊंचे गवार आसमान छू रहे हैं। और आग की तपस चटखारे लेने वालों के मुताबिक आम पार्टी के दिल्ली और पंजाब के नेताओं तक पहुंच रही है। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने दुकानदारों के इस बड़े नुकसान के प्रति हमदर्दी जताई है। और दुख के इस टाइम पर उनके साथ खड़े होने की बात कही है। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट किया है आप कांग्रेस गठबंधन को 12 वोट हार का सामना करना पड़ा। 8 फुट इनवैलिड हो गए बीजेपी ने 16 वोटो के साथ मेयर पद पर कब्जा किया है आप कांग्रेस में भारी विरोध और गुस्से का गब्बर देखने को मिल रहा है दोनों इस ढाक के साइन कहकर कोर्ट में जाने की बात तक कह रही है चुनाव के पीठासीन अधिकारी पर भी कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं
केजरीवाल ने चुनाव में बेईमानी की बात करार दी है केजरीवाल के मुताबिक दिन दिहाड़े की गई बेईमानी चिंताजनक है। चंडीगढ़ की जनता का तर्क है कि आप पार्टी और कांग्रेस पार्टी ने अपने पार्षदों को शहर से ही कहीं अज्ञात जगह पर छुपा रखा था। उनके मोबाइल तक बंद रखे थे। उनसे किसी भी प्रकार का संपर्क करना संभव था फिर यह सब आप पार्टी के साथ कांग्रेस के पार्षदों ने धोखा नहीं किया है। बल्कि उनके साथ हुए धोखे का बदला लिया है यह बातें सुनने को आम मिल रही हैं इसके बारे में जब कांग्रेस और आप पार्टी के पार्षदों से बातचीत करनी चाहिए तो मोबाइल पर किसी प्रकार का किसी ने भी कोई रिस्पांस तक नहीं दिया। पंजाब भाजपा उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक फतेह जंग सिंह बाजवा ने मेयर चुनाव में भाजपा की जीत को पीएम के नाम किया है और पार्टी की जीत के लिए शहर के समूह भाजपा नेतृत्व और कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी है कहां की यह जीत कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन के मुंह पर जोरदार तमाचा है। यह गठबंधन मौका परास्ती और मतदाताओं के मतों का उपहास उड़ाया जा रहा है।
दोनों पार्टियों ने अपने पार्षदों को विश्वास में भी नहीं लिया। यहां तक के उनके ऊपर अपने फैसले जिनके आधार आज तक किसी को नहीं बताया जा रहे हैं पार्षदों पर लाद दिए गए थे। पार्षद इसी चीज से खफा बताये जा रहे हैं। भाजपा ने कहा यह जीत मोदी की नीतियों की जीत है