चंडीगढ़
प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ यशपाल शर्मा की दिवंगत मां को श्रद्धांजलि देने उमड़े बड़े छोटे सब
एंटिक ट्रुथ | आर के विक्रमा शर्मा( चंडीगढ़)
स्थानीय पीजीआई अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर यशपाल शर्मा की माँ निर्मला देवी की तेरहवीं के अवसर पर नृसिंह पीठाधीश्वर स्वामी रसिक महाराज ने बताया कि हिन्दू धर्मानुसार जब किसी के घर में किसी की मौत हो जाती है! तो 13 दिन तक गरूड़ पुराण का पाठ रखा जाता है। शास्त्रों अनुसार कोई आत्मा तत्काल ही दूसरा जन्म धारण कर लेती है। किसी को 3 दिन लगते हैं, किसी को 10 से 13 दिन लगते हैं। और किसी को सवा माह लगते हैं। लेकिन जिसकी स्मृति पक्की, मोह गहरा या अकाल मृत्यु मरा है! तो उसे दूसरा जन्म लेने के लिए कम से कम एक वर्ष लगता है। तीसरे वर्ष उसका अंतिम तर्पण किया जाता है। फिर भी कई ऐसी आत्माएं होती हैं जिन्हें मार्ग नजर नहीं आता है और वे भटकती रहती हैं। गरुड़ पुराण में बताया गया है, कि आत्मा लगभग 13 दिनों तक उसी घर में निवास करती है। ऐसी स्थिति में यदि घर में गरुड़ पुराण का नियमित पाठ किया जाता है तो इसके श्रवण मात्र से ही आत्मा को शांति तथा मोक्ष की प्राप्ति संभव हो जाती है। इसके अलावा इसमें जीवन से जुड़े सात ऐसे महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं, जिनका पालन प्रत्येक व्यक्ति को बड़ी ही सहजता के साथ करना चाहिए।