धरने पर बैठे ग्रामीणों को झुलसा रही चिलचिलाती गर्मी, फिर भी डटे हुए हैं मोर्चे पर
2.3 कि.मी. का रोड देकर ग्रामीणों की समस्या का स्थायी समाधान करे सरकार : ओ.पी. कोहली
एंटिक ट्रुथ | हिसार
चिलचिलाती गर्मी, बारिश आंधी व तूफान के बीच पिछले 460 दिनों से ग्रामीण तलवंडी राणा चंडीगढ़ बाईपास पर धरने पर डटे हुए हैं। भीषण गर्मी उन्हें तपा रही है लेकिन ग्रामीणों के हौसले अब भी बुलंद हैं और धरने पर महिलाएं, बुजुर्ग, युवा बच्चे लगातार पहुंच रहे हैं। तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने कहा कि हमें स्थायी रोड देने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी व नागरिक उड्डयन एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता वादा कर चुके हैं लेकिन अभी तक ग्रामीणों को 2.3 कि.मी. का बाकी बचा हुआ रोड नहीं दिया गया है। एक बार विभाग के अधिकारी रोड के मुआयने के लिए आए थे लेकिन अब प्रशासन ने फिर से इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
समिति अध्यक्ष ओ.पी. कोहली ने बताया कि सरकार व प्रशासन लोकसभा चुनावों के चलते आचार संहिता का हवाला देकर ग्रामीणों को टरकाने का प्रयास कर रहे हैं लेकिन जब आचार संहिता में मंत्री मंडल का गठन हो सकता है, टेंडर जारी कर दिए जाते हैं और यहां तक सरकारी नौकरियों में विशेष नियुक्ति तक कर दी जाती है तो उसी तर्ज पर ग्रामीणों को स्थायी सडक़ भी दी जा सकती है क्योंकि यह पूरी तरह से जनहित से जुड़ा हुआ मामला है।
ओ.पी. कोहली ने कहा कि ग्रामीणों को मुख्यमंत्री नायब सैनी के आश्वासन के बाद आस बंधी थी कि अब जल्द ही उन्हें स्थायी सडक़ मार्ग मिल जाएग और उनकी समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा लेकिन अब फिर से स्थायी सडक़ की प्रक्रिया को आचार संहित का हवाला देकर अधर में छोड़ दिया गया है। ओ.पी. कोहली ने सरकार व प्रशासन से मांग की कि ग्रामीणों के लिए यह सडक़ मार्ग बेहद जरूरी है और यह उनके बच्चों के भविष्य का सवाल है। इसलिए सरकार से हमारी मांग है कि चुनाव से पहले-पहले जल्द से जल्द हमें यह 2.3 कि.मी. की सडक़ देकर इस समस्या का स्थायी समाधान करे जो कि सरकार के लिए कोई बड़ी बात नहीं है।