उकलाना हलके के पिछड़ेपन की मन में है टीस, मौका मिला तो हलके को विकास के मामले में टॉप पर पहुंचाने का काम करूंगा : बृजलाल
गांव पाबड़ा के ऐतिहासक चबूतरे पर हवन-यज्ञ के साथ की जन संपर्क अभियान की शुरूआत
एंटिक ट्रुथ | हिसार
पिछले 9 वर्षों में उकलाना के विधायक ने मंत्री रहने के बावजूद भी हलके के विकास की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जिस कारण आज भी उकलाना हलके की गिनती पिछड़े हलके में आती है। इस बात की मेरे मन में बड़ी टीस है यदि हलके के लोगों व बहन कुमारी सैलजा के आशीर्वाद से सेवा का मौका मिला तो विकास के मामले में हलके को टॉप पर पहुंचाने का काम करेंगे। यह बात पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता बृजलाल बहबलपुरिया ने गांव पाबड़ा में जनसंपर्क के दौरान ग्रामीणों के बीच कही। उन्होंने अपने अभियान की शुरूआत ऐतिहासिक पंचग्रामी चबूतरे पर हवन यज्ञ के साथ की। गांव पाबड़ा में बृजलाल का जगह-जगह फूल मालाओं व पगड़ी पहनाकर जोरदार स्वागत किया गया तथा उनके सम्मान में गांव में दर्जनों जगह जलपान के कार्यक्रम रखे गए। पूरे गांव के 36 बिरादरी के लोगों ने दिल खोलकर उन्हें अपना समर्थन दिया और काफी संख्या में वे अपने नए पुराने साथियों से मिले।
बृजलाल ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कि हलके का सूरतेहाल आप सबके सामने है न ही गांवों में पर्याप्त बिजली आती है, न ही पीने के पानी की कोई समुचित व्यवस्था है, खेतों में खालों का निर्माण नहीं हो रहा है, पर्याप्त सरकारी अस्पताल नहीं है और उकलाना हलके के लोग एक अरसे से विकास व जन सुविधाओं की बाट जोह रहे हैं लेकिन अब आप लोगों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। कुछ माह के बाद ही विधानसभा चुनावों के बाद हरियाणा व उकलाना हलके की तस्वीर बदलने वाली है क्योंकि इस बार प्रदेश में कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनने जा रही है। इसलिए आप सभी दिल खोलकर कांग्रेस पार्टी का साथ दें। कांग्रेस की सरकार आने के बाद आपके आशीर्वाद व समर्थन का ऋण सूद के साथ चुकाने का काम किया जाएगा।
इस मौके पर मुख्य रूप से मा. दर्शन सरपंच, सुरजीत नंबरदार, कुलदीप सरपंच, डॉ. ईश्वर, महा सिंह, राजू फौजी, दलबीर नंबरदार, राजेंद्र, पूर्व सरपंच सहीराम, राजवीर हैड मास्टर, सुरेश कुंउ धोला, पंचग्रामी अंबेडकर सभा प्रधान राजेश, प्रदीप सिहाग, सदीप कुण्डू, कृष्ण कुण्डू, प्रवीन पाबड़ा, मा. पंजाब सिंह, कपूर सिंह, जसवंत सिंह, नन्हा सिहाग, कुलदीप प्रधान सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।