हिसार संघर्ष समिति के नेतृत्व में दुर्गा कालोनी वासियों ने जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की टेबल पर रखा बोतलों में बंद का सीवरेज का पानी
कालोनीवासियों के आने की बात पता चलते ही पिछले दरवाजे से खिसक लिए अधिकारी, मौके पर कार्यालय में नहीं मिले
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हिसार संघर्ष समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र श्योराण के साथ आज दुर्गा कालोनी वासी सीवरेज के बदबूदार पानी को बोतलों में भरकर जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय पहुंचे और उन्हें अधिकारियों की टेबल पर रख दिया। जितेन्द्र श्योराण ने बताया कि जैसे ही अधिकारियों को उनके आने का पता चला वे अपनी गाडिय़ां छोडक़र पिछले दरवाजे से ऑफिस से निकल गए। जब उन्होंने अधिकारियों से फोन पर बात की तो उन्होंने तुरंत कार्य करवाने की बात की और तुरंत कर्मचारियों को संसाधनों के साथ कालोनी में मौके पर सीवरेज की सफाई हेतु भेज दिया। जितेंद्र श्योराण ने इसकी कड़े शब्दों में निंदा की उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारी अपनी जिम्मेवारी से भाग रहे हैं। शहर में सीवरेज पानी की समस्या को दूर करना उनकी ड्यूटी है लेकिन वे इस तरह से लोगों व अपनी ड्यूटी से कितने दिन तक बच सकते हैं। इसका मतलब जब शहर के लोग विरोध का रास्ता न अपनाएं विभाग को अपनी ड्यूटी नहीं करनी होती।
जितेन्द्र श्योराण ने बताया कि 18 जुलाई वीरवार को उन्होंने कालोनी वासियों के साथ आकर सीवरेज साफ करवाने की बात कही थी जिस पर अधिकारियों ने दो दिन में सीवरेज ठीक करवाने के लिएकहा था। हमने दो दिन में काम नहीं होने पर सीवरेज का पानी बोतलों में भरकर विभाग के कार्यालय में लेकर आने की बात कही थी लेकिन विभाग ने चार दिन बाद भी कालोनीवासियों की समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। आज कालोनी वासी सीवरेज का पानी बोतलों में भरकर विभाग के कार्यालय में लेकर आ गए।
जितेंद्र श्योराण ने कहा सरकार में चुने हुए हमारे जन प्रतिनिधि को शर्म आनी चाहिए। जो काम केवल एक-दो घंटे का है उसके लिए आम पब्लिक को महीनों तक परेशानी झेलनी पड़ती है। यदि ये जन प्रतिनिधि रोजाना अखबारों में पढक़र उसमें प्रकाशित जन समस्याओं को दूर करने के लिए अधिकारियों को रोजाना निर्देश देकर समस्या हल करवा दें तो जनता की आधी परेशानी तो यूं ही दूर हो जाएगी और उनके काम समय पर होंगे। लेकिन इन लोगों को जनता को परेशान करने में ही मजे आते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तो विभाग ने कालोनी वासियों के विरोध के चलते मौके पर कर्मचारियों को भेज दिया है। यदि समस्या का स्थाई समाधान नहीं हुआ तो जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यालय को ताला जडऩे का काम किया जाएगा क्योंकि जब इन अधिकारियों ने लोगों के काम ही नहीं करने तो उनका इन कुर्सियों पर बैठने का अधिकार नहीं हैंये कुर्सियां खाली रहें तो ही अच्छा है।
इस मौके पर मुख्य रूप से बलवंत, सुचित, सोनू, नवीन कुमार, गुलशन कुमार, बंसीलाल, कुलदीप दुग्गल, ख्याली राम, रवि कुमार, सेवक, बंसी डाकोत, प्रदीप, रवि, सज्जन कुमार, द्रोपदी, बसंती, सुनीता, सुनीता, रीटा, सहित अनेक कालोनीवासी मौजूद रहे।