हिसार

तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष समिति ने जताया, मुख्यमंत्री नयाब सिंह सैनी  व धरने को समर्थन देने वाले सभी राजनीतिक, सामाजिक संगठनों का आभार

संघर्ष की हुई जीत, धरने को समर्थन देने वाले प्रत्येक व्यक्ति का हार्दिक आभार : एडवोकेट ओ.पी. कोहली

एंटिक ट्रुथ | हिसार

तलवंडी राणा रोड बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने ग्रामीणों की रोड संबंधी मांग को तत्परता के साथ पूरा करवाने व उसकी फाइल को मुख्यालय में भिजवाने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, डॉ. कमल गुप्ता व अन्य भाजपा नेताओं का हार्दिक आभार जताया। इसके साथ ही कोहली ने उन सभी राजनीतिक, सामाजिक, खाप, पंचायतों के प्रतिनिधियों, व्यवसायी, दुकानदार, दूध, फल, सब्जी विक्रेता, मजदूर, किसान, छात्र, आस-पास के ग्रामीणों, बुजुर्ग, महिलाओं, युवा, बच्चों व प्रत्येक उस व्यक्ति का आभार जताया जिसने धरने को अपना तन-मन-धन से समर्थन दिया। कोहली ने कहा कि इन सभी के सहयोग से ही धरना 505 दिनों तक चला और सरकार से हम तलवंडी राणा का रोड लेने में कामयाब हुए।
एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने हमें पूरा आश्वासन दिया है व वादा किया है कि जल्द से जल्द से आप लोगों को यह रोड बनवाकर देंगे। उन्होंने बाकायदा हिसार के भाजपा नेताओं को धरने पर जाकर ग्रामीणों को आश्वासन देने व रोड संबंधी कार्यवाही का लैटर व फाइल ग्रामीणों को दिखाने के लिए भेजा। हमने पूरी तरह से आश्वस्त होने के बाद ही धरना समाप्त करने का निर्णय लिया है। कोहली ने कहा कि हमारा का संघर्ष लाया है और उसकी जीत हुई है 2.2 कि.मी. का यह रोड मिल जाने के बाद ग्रामीणों की समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा और उन्हें रोड संबंधी परेशानी का भविष्य में कभी भी सामना नहीं करना पड़ेगा। इसका लाभ दर्जनों गांवों के लाखों ग्रामीणों को मिलेगा।
कोहली ने कहा कि 505 दिन के इस धरने के दौरान ग्रामीण पूरी मजबूती के साथ डटे रहे और अंतत: हमें जीत मिली। इस दौरान धरने पर पक्ष-विपक्ष के अनेक नेतागण, किसान व अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, खाप, पंचायतों के प्रतिनिधि, व्यवसायी, मजदूर सहित अनेक गणमान्य लोगों ने धरने को समर्थन दिया। सभी के प्रयासों से हम स्थायी रोड की अपनी मांग पूरी करवाने में कामयाब रहे। ओ.पी. कोहली ने कहा कि मैं ग्रामीणों की ओर से धरने को समर्थन देने आए हर एक गणमान्य व्यक्ति का तहेदिल से धन्यवाद व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस संघर्ष में हमारा साथ दिया।

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