एचएसजीएमसी एडहॉक कमेटी में देशद्रोह के मामले में आरोपी तीन लोगों को किया गया शामिल : स. सुखसागर सिंह
एडहॉक कमेटी में शामिल होने से पहले होती है सभी मैंबर्स की पुलिस जांच, इसके बावजूद अपराधिक मुकदमा दर्ज लोगों को कमेटी में शामिल करना सरकार की मंशा पर खड़े करता है सवाल : स. सुखसागर सिंह
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हरियाणा सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के पूर्व सदस्य जत्थेदार सरदार सुखसागर सिंह ने जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि हाल ही में एचएसजीएमसी एडहॉक कमेटी में शामिल किए 41 सदस्यों में से तीन सदस्य ऐसे हैं जिन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है और अदालत द्वारा उनके खिलाफ वारंट जारी किए गए हैं। इन मैंबर्स में गुरमीत सिंह त्रिलोकेवाला, प्रकाश सिंह साबुवाला व जगसीर सिंह मांगेयान के नाम शामिल हैं। स. सुखसागर ने बताया कि उन्होंने इस बारे में एडहॉक कमेटी के प्रधान भूपेन्द्र सिंह असंध को भी अवगत करवा दिया था लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया। स. सुखसागर ने बताया कि एडहॉक कमेटी में मैंबर बनाए जाने से पूर्व हर सदस्य की पुलिस जांच होती है जिसमें उक्त तीनों पर मुकदमा दर्ज होने का स्पष्ट रूप से पता चल गया होगा उसके बाद भी सरकार ने इन लोगों को एडहॉक कमेटी में शामिल किया। देशद्रोह जैसा मुकदमा दर्ज होने के बाद भी इन्हें एडहॉक कमेटी में शामिल किया जाना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करता है। उक्त तीनों के खिलाफ थाना ऐलनाबाद थाना में एफआईआर दर्ज है। खुद एएसआई अनिल कुमार ने इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। गुरमीत सिंह त्रिलोकवाल, प्रकाश सिंह व स जगसीर सिंह पर आरोप है कि उन्होंने लघु सचिवालय गेट के सामने दरी बिछाकर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई और गुरमीत सिंह त्रिलोकेवाल ने खालिस्तान जिंदाबाद व खालिस्तान लेकर रहेंगे के नारे लगाए गए जिसकी वीडियो फुटेज भी एएसआई के पास है और इसके साथ ही उन्होंने सरकारी कार्य में भी बाधा पहुंचाई। इन सबकी नियुक्ति कुरुक्षेत्र जिले के डीसी की मौजूदगी में की गई जो सरकार के खूफिया तंत्र पर भी प्रश्न चिन्ह लगाता है कि इसकी सूचना अधिकारियों तक को नहीं थी।
सरदार सुखसागर ने कहा कि एचएसजीएमसी की एडहॉक कमेटी में ऐसे लोगों को मैंबर बनाना जिन पर देशद्रोह का मुकमदा चल रहा हो एचएसजीएमसी की प्रतिष्ठा पर सवाल है। इसलिए हरियाणा सरकार इस पर पुनिर्विचार करते हुए इन तीन सदस्यों को तुरंत एडहॉक कमेटी से बाहर किया जाना चाहिए। कमेटी की साख को बनाए रखने के लिए यह कदम जरूरी है। स. सुखसार ने बताया कि उन्होंने यह मामला कमेटी के प्रधान भूपेन्द्र सिंह असंध के संज्ञान में ला दिया था लेकिन उन्होंने इसे अनदेखा कर दिया और एक मैंबर को तो इजेक्टिव मैंबर भी बना दिया गया। उन्होंने मांग उठाई कि कि एचएसजीएमसी तुरंत इस पर संज्ञान लेकर कदम उठाए और जिन लोगों पर देशद्रोह जैसा मुकदमा दर्ज हो ऐसे लोगों को एडहॉक कमेटी से बाहर किया जाना चाहिए।