एंटिक ट्रुथ | हिसार
काग्रेस नेता एवं हरियाणा टैक्स ट्रिब्यूनल के पूर्व न्यायिक सदस्य हरपाल सिंह बूरा ने कहा कि राजस्थान उपचुनाव का परिणाम राजस्थान का असली चुनावी नतीजा है। राजस्थान में नवंबर में आम चुनाव में श्री करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गुरमित सिंह कुन्नर के निधन से इस सीट पर चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
5 जनवरी को हुए चुनाव में भाजपा ने पहले ही सुरेन्द्रपाल को उपमन्त्री बना दिया था परन्तु वे कांग्रेस प्रत्याशी रूपिंदर सिंह से चुनाव हार गये। प्रदेश में यह पहली बार हुआ है जब विधायक बनने से पहले मंत्रीपद की शपथ लेने वाले नेता चुनाव हार गए हों। ये भाजपा के लिए एक महीने पहले सत्ता में आने के बावजूद भारी झटका है।
हरपाल बूरा ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि लगातार भाजपा के जीतने पर 18 राजनीति दलों ने बैलेट पेपर से चुनाव कराने की चुनाव आयोग से मांग की थी क्योंकि तीनों राज्यों स्वयं भाजपाई भी मानते थे कि काग्रेस पार्टी जीत रही है परन्तु परिणाम बता रहे है कि कहीं न कहीं ईवीएम में गडबड़ी लगती है। संसार के सभी लोकतान्त्रिक व बड़े देशों में चुनाव बैलेट पेपर से ही करवाए जा रहे हैं।
तब सरकार को इस आशंका को दूर करना चाहिए यही कारण है कि तीनों राज्यों के चुनाव में पोस्टल बैलेट में तीनों ही राज्यों में कांग्रेस जीती तथा ईवीएम में भाजपा जीती। राजस्थान का यह चुनाव ही राजस्थान की जनता का सही मायने में बहुमत है।