75% से ज्यादा समय अकेले बिताना खतरनाक, अकेलेपन का कारण, प्रभाव और निदान
अकेले होना और अकेलापन महसूस करना दो अलग-अलग घटनाएं हैं।
‘इस भागदौड़ भरी जिंदगी में आदमी अकेलेपन का शिकार हो रहा है, यहां किसी के पास किसी के लिए वक्त नहीं है,’ ऐसे जुमले आपने खूब सुने होंगे।
लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की एक नई रिसर्च अलग ही कहानी बयां कर रही है। यह रिसर्च बताती है कि अकेले होना और अकेलापन महसूस करना दो अलग-अलग घटनाएं हैं। दोनों में सिर्फ 03% का ही को-रिलेशन होता है।
इसका मतलब यह हुआ कि दोस्तों के बीच, बड़ी फैमिली में रहने वाला शख्स भी अकेलेपन का शिकार हो सकता है। दूसरी ओर, अकेले रहने वाला कोई शख्स भी अपनी ही कंपनी में खुशी और भरा-पूरा महसूस कर सकता है।
अकेलेपन (Loneliness) एक ऐसी भावना है जो व्यक्ति को अपने आत्मा और अपने आस-पास के वातावरण से अलग महसूस करने पर आती है। यह एक सामाजिक और भावनात्मक स्थिति है जो किसी भी उम्र में हो सकती है और इससे प्रभावित होने वाले व्यक्तियों को आत्म-मुल्यांकन, सामाजिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
अकेलेपन का कारण, प्रभाव और निदान
कारण:
- सामाजिक अलगाव: यह किसी की मुख्यता के लिए हो सकता है, जैसे कि नए शहर में रहना, अलग शहरों में काम करना या सामाजिक संबंधों की कमी।
- व्यक्तिगत स्थितियाँ: कई बार व्यक्तिगत स्थितियाँ भी इसे बढ़ा सकती हैं, जैसे कि विवाह या दुखद घटनाएं।
- सामाजिक आतंकवाद: किसी को सामाजिक आतंकवाद, बुलींग, या सामाजिक असुरक्षा का सामना करना भी अकेलेपन का कारण बन सकता है।
- मानसिक समस्याएं: दिमागी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी अकेलेपन का कारण बन सकती हैं, जैसे कि डिप्रेशन या अन्य मानसिक विकार।
प्रभाव:
- शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है: अकेलेपन के कारण शारीरिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है, जैसे कि नींद की समस्याएं, तनाव, और इम्यून सिस्टम कमजोरी।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: यह डिप्रेशन, अधिक चिंता, और आत्महत्या जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को बढ़ा सकता है।
- भावनात्मक समस्याएं: अकेलेपन का असर व्यक्ति की भावनात्मक स्थिति पर भी हो सकता है, जैसे कि उदासी, आत्मसमर्पण, और अवसाद।
निदान:
- सहायक संबंध बनाए रखें: सहायक संबंध बनाए रखना महत्वपूर्ण है। दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेना अकेलेपन को कम कर सकता है।
- मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं: यदि आवश्यक हो, तो मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की ओर बढ़ें। पेशेवर सहायता प्रदान करने वाले व्यक्ति से मिलें।
- स्वतंत्र गतिविधियां: एकलपन को कम करने के लिए व्यक्ति को अपने रुचिकर्मों और गतिविधियों में समय बिताना चाहिए