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श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा के लिए पंजाब में छुट्टी ना देकर आप सरकार ने हिंदू विरोधी बर्बर मुस्लिम सोच पर दिया पहरा

एंटिक ट्रुथ | आर के विक्रमा शर्मा( चंडीगढ़)

भारतीय जनता पार्टी पंजाब के राज्य मीडिया सचिव,  हरदेव सिंह उभ्भा,  ने पंजाब की भगवंत मान सरकार द्वारा 22 जनवरी को पंजाब में अवकाश ना किए जाने पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा कि भगवंत मान सरकार ने पंजाब के करोड़ों लोगों की धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ किया है।

 हरदेव सिंह उभ्भा, ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी की भगवंत मान सरकार पंजाब, हिन्दू तथा सनातन विरोधी है। पंजाब सरकार ने आज 22 जनवरी के इस एतिहासिक दिन पर पंजाब में अवकाश घोषित ना करके इस बात का स्पष्ट प्रमाण दे दिया है। भगवंत मान सरकार ने पंजाब में आज 22 जनवरी का अवकाश ना देकर पंजाब के करोड़ों पंजाबी सनातनी भाई-बहनों व बच्चों को इस एतिहासिक क्षण के साक्षी बनने से रोक कर उनकी धार्मिक भावनाओं को भारी ठेस पहुंचाई है। और उनके दिलों में भगवान श्री राम के प्रति प्रेम भाव व श्रद्धा को रोकने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि आज सारा देश जहाँ इस वर्ष की दूसरी दिपावली मना रहा है, वहीं भगवंत मान सरकार ने पंजाब के करोड़ों लोगों की ख़ुशी में विघ्न डालने का कार्य किया है,।
जिसके लिए पंजाबी भगवंत मान सरकार को कभी माफ़ नहीं करेंगें। आज एक बार फिर पंजाब के तमाम वोटर्स खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं। जब उनके भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा धर्म समागम के उपलक्ष में उन्हें छुट्टी से वंचित किया गया। यह छुट्टी से वंचित करना नहीं था। बल्कि उनके धर्म का और धर्म के प्रति श्रद्धा और आस्था का अपमान है।  इसके लिए तो वाक्य ही आम आदमी पार्टी को कभी भी क्षमा नहीं किया जाएगा और इसका हिसाब आने वाले लोकसभा चुनाव में पंजाब के वोटर्स बखूबी निपटा लेंगे। पंजाब के करोड़ों आस्था बानों का भारी रोष और व्यापक क्षोभ व्याप्त है कि यह दिन उनकी जिंदगी में पहला और अंतिम अवसर ही है जब उनके भगवान श्री राम लला जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा हुई है।
अयोध्या में विदेश से आकर विदेशियों ने भगवान श्री राम की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा स्थापना दिवस में हाजिरी देते हुए दर्शन किए और इस धर्म समागम के साक्षी बने। वहीं  हम पंजाबियों को इस सौभाग्यशाली शुभ अवसर से जानबूझकर आम आदमी पार्टी सरकार ने वंचित रखा है। पंजाबी हिंदुओं ने आम आदमी पार्टी सरकार के हिंदू विरोधी तुगलकी रवैया  की निंदा की है। और इसे  हिंदू धर्म विरोधी बर्बर

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