35वें अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता सम्मेलन के आयोजन से विश्व भर के लोगों में मानव एकता की भावना जागृत हुई
एंटिक ट्रुथ | हिसार
सावन कृपाल रूहानी मिशन हिसार के अध्यक्ष के.एल. गुलाटी ने बताया कि विश्व एकता, परस्पर प्रेम और भाईचारे को संपूर्ण विश्व भर में फैलाने के उद्देश्य से 35वें अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता सम्मेलन का आयोजन सावन कृपाल रूहानी मिशन के प्रमुख संत राजिन्दर सिंह महाराज की अध्यक्षता में कृपाल बाग, दिल्ली में किया गया। इस तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान विभिन्न धर्मों के धर्माचार्य और अंतर्राष्ट्रीय वक्ता एक सांझे मंच पर एकत्रित हुए, जहां उन्होंने आज के समय की सबसे महत्वपूर्ण जरूरत आंतरिक शांति तथा अध्यात्म द्वारा मानव एकता को पाने के विषय में अपने विचार व्यक्त किए। इस सम्मेलन में देश-विदेश से आए लाखों की संख्या में भाई-बहनों ने भाग लिया। इस अवसर पर पिछली सदी के महान परम संत कृपाल सिंह महाराज का 130वां जन्मोत्सव मनाया गया, जिन्होंने विश्व के कोने-कोने में रूहानियत का प्रचार-प्रसार किया। इस वर्ष मानव एकता आंदोलन की 50वीं वर्षगांठ है क्योंकि परम संत कृपाल सिंह महाराज ने सन् 1974 में पहले मानव एकता सम्मेलन का उद्घाटन किया था।
के.एल. गुलाटी ने बताया कि संत राजिन्दर सिंह महाराज ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में परम संत कृपाल सिंह महाराज की इस सम्मेलन के प्रति दूरदृष्टि को समझाते हुए कहा कि सभी वर्गों, मान्यताओं, धर्मों और देशों के लोग इस सांझे मंच पर इक_े होकर यह जान सकें कि आत्मिक स्तर पर सब एक ही हैं। हमारी आस्था और राष्ट्रीयता के बावजूद चाहे हम परमात्मा में विश्वास करते हों या नहीं, फिर भी हम सब मानवता के स्तर पर एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। संत राजिन्दर सिंह महाराज ने कहा कि, हम दिव्य-प्रेम से भरी आत्माएं हैं और इस सम्मेलन का उद्देश्य हमें एक ही परमात्मा की संतान होने करके अपनी इस एकता को अपनाने में मदद करना है।
अनेक धार्मिक नेताओं और विश्व के अनेक देशों से आए प्रतिनिधियों को इस सम्मेलन में अपने विचार व्यक्त करने के लिए आमंत्रित किया गया, जिनमें जगदगुरु विश्वकर्मा शंकराचार्य स्वामी दिलीप योगीराज जी, आदरणीय फादर बेंटो रोड्रिग्स, पंडित यादविंदर सिंह, रवि प्रपन्नाचार्य, रब्बी इजेकिल इसाक मालेकर, विवेक मुनि, सैयद फरीद अहमद निजामी साहब, महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी प्रेमानंद, महामंडलेश्वर स्वामी देवेन्द्रानंद गिरि, श्री श्री भगवान आचार्य महामंडलेश्वर श्याम चैतन्य पुरी शामिल थे। अंतर्राष्ट्रीय वक्ताओं में ऑस्ट्रेलिया से किम मैकक्रिस्टेल, स्पेन से जीजस अंगुलो, कोलंबिया से कार्लोस लोजानो और अमेरिका से अजीली होडारी ने अपना संदेश दिया। सभी वक्ताओं ने अपने संदेश में विश्व शांति को प्राप्त करने के लिए ध्यान-अभ्यास और आध्यात्मिकता को अपनाने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने विश्व धर्म फैलोशिप और मानव एकता सम्मेलन के संस्थापक अध्यक्ष परम संत कृपाल सिंह महाराज के प्रति अभिवादन व्यक्त किया।