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सिंघम नाम से फेमस, प्रशांत कुमार बने यूपी के कार्यवाहक DGP

1990 बैच के IPS, सीएम योगी के भरोसेमंद

उत्तर प्रदेश सरकार ने बुधवार को महानिदेशक, कानून एवं व्यवस्था, प्रशांत कुमार को कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) नियुक्त किया। कुमार वर्तमान कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक विजय कुमार का स्थान लेंगे, जो बुधवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इससे पहले यह घोषणा की गई थी कि प्रशांत कुमार को राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह लगातार चौथी बार है कि उत्तर प्रदेश को कार्यवाहक पुलिस प्रमुख मिला है क्योंकि 11 मई, 2022 को “विभागीय कार्यों में रुचि न लेने और अक्षमता” के लिए मुकुल गोयल को हटाने के बाद कोई पूर्णकालिक डीजीपी नियुक्त नहीं किया गया है।

300 से ज्यादा एनकाउंटर किए

कुमार वर्तमान कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक विजय कुमार का स्थान लेंगे, जो बुधवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। प्रशांत कुमार 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और बिहार के रहने वाले हैं। प्रशांत कुमार का जन्म बिहार के सिवान जिला के हुसैनगंज प्रखंड के छाता पंचायत के हथौड़ी गांव में हुआ था। वह अब तक 300 से ज्यादा एनकाउंटर कर चुके हैं। उत्तर प्रदेश में खतरनाक संजीव जीवा, कग्गा, मुकीम काला, सुशील मूंछ, अनिल दुजाना, सुंदर भाटी, विक्की त्यागी, साबिर गैंग का आतंक था। आईपीएस प्रशांत ने टीम के साथ मिलकर इस गैंग के कई अपराधियों का खात्मा किया। यही कारण है कि उन्हें  ‘सिंघम’ के नाम से जाना जाता है।

आईपीएस प्रशांत कुमार सपरिवार पर्व- त्योहारों में अपने गांव में जाते हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सीवान से ही हुई है। प्रशांत कुमार को उनकी बहादुरी और उत्कृष्ट कार्य के लिए तीन बार पुलिस मेडल मिल चुका है। वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बेहद करीबी भी हैं। योगी प्रशांत कुमार पर काभी भरोसा दिखाते हैं। आईपीएस बनने से पहले उन्होंने MSc, MPhil और MBA की पढ़ाई की थी। उनका चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था। लेकिन 1994 में यूपी कैडर की आईएएस डिम्पल वर्मा से शादी के बाद यूपी कैडर में ट्रांसफर हो गए।

3 लाख पुलिस फोर्स के पास 20 महीने से नहीं है परमानेंट DGP
प्रशांत कुमार यूपी पुलिस के चौथे कार्यवाहक DGP हैं। उत्तर प्रदेश के आखिरी स्थायी DGP मुकुल गोयल थे, जिन्हें शासन ने 11 मई 2022 को पद से हटा दिया था। इसके बाद, 12 मई 2022 को देवेंद्र सिंह चौहान को कार्यवाहक डीजीपी ​​​​​​का ​जिम्मा सौंपा। वह 11 महीने इस पद पर रहे। इसके बाद डॉ. आरके विश्वकर्मा को कार्यवाहक DGP बनाया गया था। वह 2 महीने ही पद रहे। 8 महीने पहले IPS विजय कुमार को कार्यवाहक DGP बनाया था। वह आज रिटायर हो रहे हैं।

यूपी के पास दुनिया की सबसे बड़ी पुलिस फोर्स है। इसमें 3 लाख से अधिक कर्मी हैं। लेकिन, पिछले 20 महीने से कार्यवाहक DGP के नेतृत्व में काम हो रहा है।

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