सुप्रीम कोर्ट करेगा फैसला: निगम मेयर चुनाव होंगे रद्द
भगवंत केजरीवाल बोले पाप का घड़ा भर चुका है
एंटिक ट्रुथ | आर के विक्रमा शर्मा( चंडीगढ़)
चंडीगढ़ नगर निगम के मेयर चुनाव को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। आप और कांग्रेस आई का आरोप है कि मेयर चुनाव में बीजेपी ने सरेआम धक्केशाही की। और पीठासीन अधिकारी से गड़बड़ी कराके चुनाव जीत लिया। मेयर चुनाव में गड़बड़ी का उक्त मामला हाईकोर्ट के बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी ने आज दिल्ली में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। आप के सैकड़ो नेता-कार्यकर्ता और समर्थक मिल कर बीजेपी मुख्यालय को घेरने के लिए निकले हुए थे। उक्त प्रदर्शन में सीएम दिल्ली व आप सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान के अलावा आप के कई बड़े नेता भी मौजूद रहे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश से कैंसिल होगा चंडीगढ़ मेयर चुनाव बंधा विश्वास –
नयी दिल्ली प्रदर्शन में सीएम भगवंत मान ने कहा कि, अगर परमात्मा ने सब कुछ ठीक रखा तो हम सुप्रीम कोर्ट में चंडीगढ़ मेयर चुनाव की लड़ाई को जीतेंगे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश से 30 जनवरी को हुआ चंडीगढ़ मेयर चुनाव कैंसिल होकर दोबारा चुनाव कराया जाएगा। पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में चुनाव के संबंध में याचिका लगाई गई थी लेकिन हाईकोर्ट ने कोई फैसला नहीं दिया। और 3 हफ्ते के बाद अगली सुनवाई रखी। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट का रुख किया गया।
भगवंत मान ने कहा कि अगर बीजेपी की नियत साफ होती तो आज इस प्रदर्शन की जरूरत नहीं थी लेकिन बीजेपी ने 30 जनवरी को चंडीगढ़ मेयर चुनाव में जो किया है उसके बाद यह प्रदर्शन करना पड़ रहा है। भगवंत मान ने कहा कि बीजेपी ने मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के वोट अवैध तरीके से इनवैलिड करवा दिये। मगर बीजेपी अपनी प्लानिंग में चूक गई। क्योंकि उसका किया कराया सब कैमरे में कैदकर होकर वीडियो के माध्यम से सबके सामने आ गया। वीडियो में साफ दिख रहा है कि बीजेपी के इशारे पर नियुक्त पीठासीन अधिकारी द्वारा कैसे आप के वोट पेन चलाकर रद्द किए जा रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि बीजेपी ने यह काम पहली बार नहीं किया है। बीजेपी के लोग यह काम पहले भी करते रहे हैं लेकिन कैमरे के सामने वह पहली बार पकड़े गए हैं। पंजाब सीएम और आपके कद्दावर लीडर भगवंत मान के इस बयान पर चंडीगढ़ के वोटर ही चुटकी ले रहे हैं कि अगर मामले में सिंचाई होती और दम होता तो हाई कोर्ट तुरंत फैसला दे देता कोर्ट को सोच विचार के लिए इतना समय नहीं लगता। हैरत यह भी है कि इस मसले पर शहर का बुद्धिजीवी वर्ग इन चावन में किसी प्रकार भी धांधली से सहमत ही नहीं है वह इस चुनाव प्रक्रिया को नीट एंड क्लीन बता रहे हैं।।
भगवंत मान ने आगे कहा कि बीजेपी के लोगों का बस चले तो ये चुनाव ही न होने दें । अगर 2024 में किसी तरह बीजेपी के लोग सत्ता में फिर से आ गए तो नरेंद्र मोदी का नाम नरेंद्र मोदी नहीं रहेगा बल्कि नरेंद्र पुतिन बन जाएगा और बाद में फिर चुनाव नहीं करवाए जाएंगे।। इस बात पर शहर वासी मानते हैं कि मोदी की देश को जरूरत है मोदी और देश को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की यहां तक इंडिया महागठबंधन की कोई जरूरत ही नहीं है।