जन स्वास्थय विभाग के लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ दर्ज किया जाए केस : हिसार संघर्ष समिति
दो दिन पूर्व प्रशासन द्वारा सीवरेज के मिट्टी से भरकर छोड़े गए गड्ढे की वजह से बुजुर्ग महिला की हुई थी मौत
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हिसार संघर्ष समिति के अध्यक्ष जितेंद्र श्योराण दो दिन पूर्व सडक़ पर खोदे गए गड्ढे के कारण एक बुजुर्ग महिला के मौत के मामले में आज बी. एंड आर. के अधिकारियों से मिले। उन्होंने कहा कि सीवरेज लाइन को ठीक करने के लिए जो गड्ढा खोदा गया था उसे ठीक ढंग से नहीं भरा गया और खानापूर्ति करके छोड़ दिया गया जिसके चलते बुजुर्ग महिला अकाल मौत का ग्रास बन गईं जो कि दुखद एवं प्रशासन के प्रति निंदनीय है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद जिस प्रकार से अब गड्ढे को कंकरीट डालकर रोड के लेवल का किया गया है उसी प्रकार पहले किया होता तो शायद उन बुजुर्ग महिला की जान बच जाती। जबकि पहले विभाग ने गड्ढे में केवल मिट्टी भरकर उसे यूं छोड़ दिया था।
जितेंद्र श्यारोण ने इसे सरासर प्रशासन की लापरवाही बताते हुए कहा कि इस मामले में जिन भी अधिकारियों ने अनियमितता बरती है उनके खिलाफ केस दर्ज किया जाना चाहिए ताकि भविष्य में कोई अधिकारी कर्मचारी इस तरह की लापरवाही न करे। प्रशासन द्वारा इस तरह की लापरवाही जनता के जीवन के साथ खिलवाड़ है।
समिति अध्यक्ष ने कहा कि इस रोड को बनाने के लिए हिसार संघर्ष समिति व स्थानीय लोगों ने कड़ा संघर्ष किया था। समिति ने इसके लिए आमरण अनशन तक किया और लंबे संघर्ष के बाद मिलगेट रोड बनकर तैयार हुआ। इस रोड के निर्माण कार्य में जो भी कमी रह गई हैं उन्हें अगले एक-दो सप्ताह में स्थानीय लोगों को साथ लेकर पूरा करवाया जाएगा।
जितेंद्र श्योराण ने कहा कि विभागों के आपसी तालमेल की कमी की वजह से किसी परिवार का अहम सदस्य चला गया। इसके लिए प्रशासन को पीडि़त परिवार की हर संभव सहायता करनी चाहिए और प्रशासन को इसकी जिम्मेवारी लेते हुए इसके जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लेना चाहिए। अगर इस गड्ढे को उसी समय मिट्टी की बजाय कंकरीट के साथ कवर कर दिया जाता जैसा कि अब किया गया है तो बुजुर्ग महिला की जान बच जाती। जन स्वास्थय विभाग के जो भीअधिकारी इस लापरवाही के लिए जिम्मेवार हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होना चाहिए।