लाइफस्टाइल
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ बेटी का सम्मान बढाओ..
एंटिक ट्रुथ | हिसार
मां-बाप की प्यारी बेटी
सब की राजदुलारी बेटी।
आसमां में चमकता तारा बेटी
दुख सुख में निश्चित सहारा बेटी।
परमपिता का दिया वरदान बेटी
बाप के लिए स्वाभिमान बेटी।
बेटी बिन सब लगता सुना
बेटी होती दो घरों का गहना।
इज्जत मान है बढ़ाती बेटी
डबल किरदार निभाती बेटी।
जल-थल-नभ में छा रही बेटी
देश का नाम चमका रही बेटी।
शिक्षा क्षेत्र में कर रही कमाल बेटी
सभी जगह मचा रही धमाल बेटी।
बेटी बिन नहीं सजता परिवार
बेटी से ही खिलता घर द्वार।