जिंदल हाउस चाहे तो बिना एमएलए बने भी सुधार सकता है हिसार के हालात : मनोज राठी
एंटिक ट्रुथ | हिसार
अगर जिंदल हाउस या माता सावित्री जिंदल चाहें तो बिना विधायक बने भी हिसार कि हालात सुधार कर जनता को राहत पहुंचा सकती हैं लेकिन सेवा और सुधार का सिर्फ ढकोसला किया जा रहा है। असल में जिंदल परिवार सत्ता के माध्यम से भी सिर्फ अपने व्यापार को ही बढ़ाने की मंशा रखता है। यह बात कांग्रेस नेता मनोज राठी ने हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास राड़ा के हिसार के लिए कामों की गारंटी का संकल्प पत्र जारी करने के अवसर पर पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कही।
मनोज राठी ने कहा कि भारत की सबसे अमीर महिला एवं निर्दलीय प्रत्याशी माता सावित्री कि उम्र अब सेवा करने की नहीं बल्कि सेवा करवाने की है। सेवा का भी केवल वैसा दिखावा है, जैसा पहले से जिंदल परिवार द्वारा खोले गए अस्पताल व स्कूल के नाम पर किया जा रहा है। राठी ने कहा कि क्या माता सावित्री जिंदल बता सकती हैं कि उनके स्कूल में कितने गरीब बच्चों को आज तक शिक्षा दी गयी या वर्तमान में कितने गरीब बच्चे पढ़ रहे हैं। वे बताएं जिंदल अस्पताल में इतना महंगा इलाज करके वे कौन से गरीब की सेवा कर रहे हैं। कांग्रेसी नेता ने कहा कि स्व. ओमप्रकाश जिंदल के समय तक जरूर कुछ सेवा कार्य होते थे लेकिन अब तो सेवा कार्यों के नाम पर शहर कि प्राइम प्रॉपर्टीज को कौडिय़ों के भाव अपने नाम करने का खेल चल रहा है। सेवा संस्थानों का दिखावा कर इन्होने इन्हें अंदर खाते निजी संपत्ति के रूप में विकसित कर लिया है।
मनोज राठी ने कहा कि भारत की सबसे अमीर महिला को भी जनता कि सेवा के लिए विधायक बनने का इंतजार करना पड़े तो यह बात कम हजम होती है। अगर जिंदल परिवार चाहे तो अपनी कमाई का केवल 5-7 प्रतिशत खर्च करके हिसार शहर को सच में पेरिस बना सकता है। जिंदल उद्योग को बढ़ाने के लिए देश विदेश में लगाई जा रही फैक्ट्रीयों में से अगर कुछ एक भी हिसार में लगा कर उसमें केवल स्थानीय लोगों को स्टाफ के रूप में भर्ती कर लिया जाए तो इलाके के युवाओं में रोजगार की समस्या का बहुत हद तक समाधान हो सकता है। लेकिन जिंदल परिवार को हिसार की भलाई की बजाय सिर्फ एमएलए की कुर्सी के पीछे छुपी पावर दिखाई दे रही है जिसके दम पर अपने व्यापार को और बढ़ावा देने में मदद मिल सके।