सात बास ने जिला पार्षद मोहित मलिक को सौंपी हांसी हलके की कमान
हांसी की जाट धर्मशाला में विशाल जनसभा कर मोहित मलिक ने दिखाई सियासी ताकत, हांसी हलके से ठोकी ताल
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हांसी से युवा नेता एवं वार्ड 17 से जिला पार्षद मोहित मलिक ने हांसी की जाट धर्मशाला में एक विशाल जनसभा कर अपनी सियासी ताकत दिखाई और आगामी विधानसभा चुनावों के लिए हांसी हलके से ताल ठोक दी। जनसभा में 7 बास व हलके के हजारों लोगों की मौजूदगी में मोहित मलिक ने अपने संबोधन में कहा कि आप सभी लोगों के प्यार और आशीर्वाद की बदौलत ही मैंने हलके की सेवा करने के फैसले का मन बनाया है। यदि आपका साथ यूं ही रहा तो हलके का प्रतिनिधित्व आपकी झोली में डालने का काम मैं करूंगा। जनसभा में मौजूद सात बास के लोगों व हलके की हजारों की जनता ने मोहित मलिक को अपना पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि सात बास पूरी तरह से उनके साथ है आगे का कदम उन्हें उठाना है वे जैसा फैसला लेंगे हम उनके साथ हैं।
मोहित मलिक ने कहा कि उन्हें सात बास व हलके की जनता पर पूर्ण विश्वास है और उनका इशारा मिल चुका है। वे चुनावी रण में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं और जल्द ही भविष्य की रणनीति के बारे में आप लोगों को अवगत करवा देंगे। इस समय हांसी हलके की गिनती अति पिछड़े हलकों मे आती है। हांसी हलके को नंबर वन बनाने की दिशा में पूरी ताकत से जोश से काम किया जाएगा। वर्तमान में वार्ड 17 में जिला पार्षद रहते हुए वार्ड के विकास में कोई कमी नहीं आने दी है। इसी प्रकार यदि हलके की सेवा का मौका मिला तो उसमें भी वे अपना पूरा जोर लगा देंगे।
ज्ञात रहे कि मोहित मलिक वर्तमान में जिला पार्षद हैं और हलके के वार्ड में उनके द्वारा करवाए गए कार्यों व उनकी पैठ के चलते हांसी हलके में उनका पूरा दबदबा है और अपनी एक अलग खास राजनीतिक पहचान रखते हैं। युवा नेता ने कुछ दिन पूर्व ही जन नायक जनता पार्टी को अलविदा कहा था। मोहित मलिक ने 2015 से छात्र राजतनीति की शुरुआत की और वर्ष 2016 में डीएवी कॉलेज चंडीगढ़ में इनसो पार्टी की तरफ से छात्र संघ चुनाव लडक़र अध्यक्ष पद पर 181 वोटों से जीत हासिल की। उसके बाद वे लगातार छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। मोहित मलिक वर्ष 2022 में जिला परिषद का चुनाव लड़ा और वार्ड नंबर 17 से 1831 वोटों से विजयी रहे। उसके बाद उन्होंने जिला परिषद के वाइस चेयरमैन का चुनाव भी लड़ा। वे जेजेपी के हाँसी युवा हल्का अध्यक्ष भी रहे।