चंडीगढ़

मोदी का नारा 400 पार, भारतीयों का नारा 500 पार

एंटिक ट्रुथ | आर के विक्रमा शर्मा( चंडीगढ़)

पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस से अनेकों परिवारों का मोह भंग होता जा रहा है। और लोग शिरोमणि अकाली दल में एंट्री मार रहे हैं।    दूसरी ओर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस आई से कद्दावर सांसद भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इसी क्रम में कांग्रेस आई के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन की है। भाजपा ज्वाइन करने का अगर यही क्रम देश में जारी रहा। तो मोदी का नारा 400 लक्ष्य है हमारा, भी छोटा पड़ जाएगा। और इस बार सीधे 500 पर पर फोकस हो जाएगा। लोगों में राष्ट्रीयता और धर्म के प्रति बढ़ती आस्था हिलोरे ले रही है। उभरते भारत को विकसित हो रहे भारत को विकास की नई ऊंचाइयों से कहीं आगे ले जाने में मोदी ही सक्षम है। यह सब जानते हैं हर बार की तरह इस मर्तबा भी लोग प्रत्याशी को नहीं, भाजपा को नहीं, बल्कि नरेंद्र मोदी के विजन को सलाम करते हुए मोदी की झोली में लोकसभा की 500 सीटें डालने को आतुर हैं। यह जनता की विश्वास भरी पुकार है।     लोकसभा चुनाव-2024 से पहले पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी को एक साथ दो बड़े झटके लगे हैं। जालंधर से पार्टी के इकलौते सांसद सुशील कुमार रिंकू ने बीजेपी में जॉइनिंग कर ली है। वहीं रिंकू के साथ-साथ जालंधर वेस्ट से विधायक शीतल अंगुराल ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया है। दोनों नेताओं ने दिल्ली में बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हुए हैं ।
ज्ञात रहे कि पिछले दिनों ही आम आदमी पार्टी ने सांसद सुशील कुमार रिंकू को एक बार फिर से जालंधर लोकसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। सुशील कुमार रिंकू ने साल 2023 में जालंधर लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर जीत हासिल की थी। यहां से उम्मीदवार बनाए जाने के ठीक 24 घंटे पहले सुशील कुमार रिंकू काँग्रेस छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। फगवाड़ा में एक समारोह के दौरान खुद सीएम अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान ने रिंकू को पार्टी में शामिल किया था।
सुशील कुमार रिंकू का परिवार भी राजनीति से जुड़ा रहा है। वहीं रिंकू ने काँग्रेस में रहते हुए पहली बार साल 2017 में जालंधर वेस्ट से विधानसभा चुनाव लड़ा था और तब बीजेपी के तीन बार के विधायक रहे महिंदर पाल भगत को 17000 से अधिक वोटों से हराया था। हालांकि, 2022 के विधानसभा चुनाव में रिंकू को शीतल अंगुराल से हार का सामना करना पड़ा था। सुशील कुमार रिंकू 2006 में जालंधर नगर निगम के पार्षद भी रहे हैं। रिंकू की छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय हो गए। कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कांग्रेस आई पार्टी की तृषकार भरी राजनीति से किनारा करते हुए राजनीति की अटकलें को विराम देते हुए यकलखत भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया। राजनीति के समझ कारों ने इसे रवनीत सिंह बिट्टू का सराहनीय प्रयास बतलाया और इसे देर आयत दुरुस्त आयत करार दिया।

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