भगवान राम के आदर्शों पर चलकर अपने जीवन को बनाएं सार्थक : संत शिवदास
महाबीर कालोनी स्थित कबीर सत्संग में तीन दिवसीय गरीबदास महाराज की अमृतवाणी व अखंड पाठ का आयोजन
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हमें भगवान श्री राम के आदर्शों पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाना चाहिए। वे मर्यादा पुरुषोत्तम थे और उनके उच्च आदर्श आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। इसलिए सभी को भगवान राम के जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में अपने फर्ज निभाने चाहिएं। यह बात संत शिवदास ने स्थानीय महाबीर कालोनी महात्मा ज्योतिबा फूले मार्ग गली नं. 35 स्थित कबीर सत्संग भवन में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि मनुष्य जीवन का सबसे बड़ा लक्ष्य मुक्ति व मोक्ष है जिसके लिए हर समय सचेत रहते हुए प्रयत्न करने चाहिएं। जीवन बहुत थोड़े समय के लिए मिला है यदि इसे यूं ही व्यसनों, आलस, निद्रा, खान-पान इत्यादि में बिता दिया तो अंत समय में केवल हमें पछतावा ही करना पड़ेगा। इसलिए समय रहते हमें सभी प्रकार से व्यसनों से दूर होकर एकमात्र प्रभु भक्ति और अपनी मुक्ति व मोक्ष पर अपना ध्यान लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें शुभ कर्म करते हुए अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। इसके अलावा श्री गरीब दास सर्वोच्च पीठाधीश्वर महंत श्री दयासागर ने ऑनलाइन अपने प्रवचन दिए।
संत शिवदास ने बताया कि तीन दिवसीय कार्यक्रम में रामनवमी पर्व के उपलक्ष्य में 17 अप्रैल से 19 अप्रैल तक जगतगुरु आचार्य श्री गरीबदास महाराज की अमृतमयी वाणी का तीन दिवसीय 28वां अखण्ड पाठ आयोजित किया गया। 17 अप्रैल को अखंड पाठ का प्रकाश हुआ। 18 अप्रैल को मध्य का भोग, संध्या आरती व रात्रि का सत्संग हुआ तथा 19 अप्रैल को सुबह 10:15 बजे पूर्ण भोग की आहुति एवं गरीबदासी आचार्य पीठाधीश्वर श्री महंत दया सागर जी द्वारा ऑन लाइन अमृत प्रवचन किया गया। संत शिव दास ने सभी श्रद्धालुओं व सत्संगीजनों से अनुरोध किया कि सभी विकारों से दूर रहकर अधिक से अधिक आध्यात्मिक राह पर चलें और अपने जीवन को सफल बनाएं।