10 दिन बाद नहर से मिला शव, कपड़े से पहचान
प्रेमी-प्रेमिका ने हत्या करने के बाद पल्ली में बांधकर फेंका
करनाल में 10 दिन बाद नहर से मिला शव
करनाल में मुगल माजरा गांव के 25 वर्षीय युवक की हत्या के मामले में 10 दिन बाद शव गांव बड़ौता के पास पश्चिमी यमुना नहर से बरामद हो गया है। मृतक का मुंह व शरीर पूरी तरह से गल चुका है। युवक के कपड़ों से उसकी पहचान हुई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं, पुलिस आज आरोपियों की गिरफ्तारी दिखा सकती है। परिवार के लोग भी पिछले 5 दिन से कुराली गांव के पास पश्चिमी यमुना नहर में डेरा डाले हुए थे। दिन रात ठंड में बेटे के मिलने का इंतजार कर रहे थे। जब से बेटे की हत्या की सूचना परिवार को मिली है। तब से घर में चूल्हा तक नहीं जला। आस-पड़ोस के लोग ही परिवार को समझा बुझाकर खाना खिला रहे हैं। सुमित को लेकर परिवार गहरे सदमे में है।
दो दिन पहले मिल चुकी प्लास्टिक की पल्ली
बता दें कि महिला व उसके दूसरे प्रेमी ने युवक की हत्या कर शव को प्लास्टिक की पल्ली में बांध कर नहर में फेंक दिया था। प्लास्टिक की पल्ली को दो दिन पहले परिवार नहर से बरामद कर चुका है। आज गांव बड़ौता के पास पश्चिमी यमुना नहर से शव उठा तो नहर की पटरी से गुजर रहे ग्रामीणों ने देखा और पुलिस को सूचना दी।
चेहरे से नहीं हो सकी पहचान
गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि 10 दिन में नहर में शव के रहने से वह पुरी तरह से गल चुका है। मृतक के मुंह व शरीर से पहचान होनी मुश्किल थी। लेकिन, उसके ग्रे रंग की जर्सी जो रात को सुमित घर से पहनकर निकला था। उससे परिजनों ने मृतक की पहचान की है।
चेहरे से नहीं हो सकी पहचान गोताखोर प्रकट सिंह ने बताया कि 10 दिन में नहर में शव के रहने से वह पुरी तरह से गल चुका है। मृतक के मुंह व शरीर से पहचान होनी मुश्किल थी। लेकिन, उसके ग्रे रंग की जर्सी जो रात को सुमित घर से पहनकर निकला था। उससे परिजनों ने मृतक की पहचान की है।
दो दिन लगातार की तलाश, फिर दी शिकायत
पिता रमेश ने बताया कि जब आधी रात तक सुमित वापस नहीं लौटा तो पूरे परिवार ने उसकी तलाश शुरू की। 24 और 25 दिसंबर को भी परिवार ने अपने स्तर पर सुमित को ढूंढने की बहुत कोशिश की, मगर उसका कुछ पता नहीं चला। ऐसे में 26 दिसंबर को परिवार ने कुंजपुरा थाने में बेटे के लापता हो जाने की शिकायत दी थी।
खेत में मिली सुमित की चप्पल व शर्ट के टूटे हुए बटन
परिवार ने गांव की महिला व उसके प्रेमी यानी सुमित के चचेरे भाई पर शक भी जताया था। उन्हें सुमित की हत्या का शक तब हुआ, जब सुमित की चप्पल व उसकी शर्ट के टूटे हुए बटन खेत में ट्यूबवेल के पास मिले। रमेश ने बताया कि ट्यूबवेल के पास पानी निकला हुआ था, जिस कारण वहां पर मिट्टी नरम थी और गेहूं की फसल दबी हुई थी।
वहां पर मारपीट के काफी निशान मिले। इसके बाद उन्हें शक हुआ कि सुमित की खेत में हत्या की गई और उसके शव को कहीं पर छिपाया गया है।
17 जनवरी को होनी थी शादी
सुमित के छोटे भाई शक्ति ने बताया कि आने वाली 17 जनवरी को उसके भाई की शादी होनी थी, लेकिन उससे पहले ही उसकी प्रेमिका ने अपने दूसरे प्रेमी के साथ मिलकर उसके भाई की हत्या कर शव को प्लास्टिक की पल्ली में बांधकर नहर में फेंक दिया। महिला का दूसरा प्रेमी भी उसका चचेरा भाई ही है।