आंसू ना होते तो आंखें इतनी खूबसूरत ना होती, दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती
प्रेरणा परिवार की मासिक काव्य गोष्ठी आयोजित
एंटिक ट्रुथ | हिसार
प्रेरणा परिवार की मासिक काव्य गोष्ठी अणुव्रत कार्यालय, पुरानी मंडी रोड में शुभकरण गौड़ की अध्यक्षता में आयोजित की गई। गोष्ठी में मंच संचालन संस्था के महासचिव जयभगवान लाडवाल ने किया तथा मुख्य अतिथि राजेन्द्र अग्रवाल थे। इस अवसर पर राजेंद्र अग्रवाल ने काव्य रचना सुनाई ‘आँसू ना होते तो आँखे इतनी खूबसूरत ना होती, दर्द ना होता तो खुशी की कीमत ना होती।’ जयभगवान लाडवाल ने सुनाया ‘हुई खटारा जिंदगी पुर्जे घिसे तमाम, घुटनों में दर्द रहता है बस, अब तो रक्षक राम।’ वीरेंद्र कौशल ने सुनाया ‘आ पहुंचा दौर सिम बदलना मोबाईल का, हर कोई तो काट रहा है बस कसाई सा।’
अशोक बंधु ने कुछ यंू सुनाया ‘अपनो का अपनो से हो रहा टकराव- ‘मतदाता असंजस में किस का करें चुनाव।’ ऋषि सक्सेना ने सुनाया ‘चिलमन में छुपा लीजिए अपने रुखसार को, गैरों को दिखाने की कभी खता ना करना।’
नरेश निर्गुण ने सुनाया ‘किसी के मुँह का निवाला छीन कर, फायदे की बात करता है शर्म कर।’ विनोद जैन ने सुनाया ‘अणुव्रत गीत संयम ही जीवन है, नैतिकता की सूर सरीता में जन मन पावन हो।’ इस अवसर पर सौरभ टकराल, जगदीश गर्ग, पी पी शर्मा व इंद्रेश पांडे आदि ने भी कविता गान किया। गोष्ठी के उपरांत अणुव्रत समिति के चुनाव शुद्धि अभियान के तहत ‘जागो मतदाता’ के बैनर का विमोचन किया गया और अभियान की शुरूआत की गई।