ज्योतिषाचार्य डॉ. बलजीत शास्त्री ‘एस्ट्रो डिवाइन स्टार अवार्ड’ से सम्मानित
एंटिक ट्रुथ | हिसार
हरियाणा में गीता की पावन व मां भद्रकाली देवी कूप शक्तिपीठ के लिए प्रसिद्ध धर्म नगरी कुरुक्षेत्र में हरियाणा ज्योतिष परिषद व पंच तत्व स्प्रिच्युअल द्वारा एक दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष कान्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा सरकार में मंत्री सुभाष सुधा व हिसार से अंतर्राष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट ज्योतिषाचार्य डॉ. बलजीत शास्त्री उपस्थित रहे। कार्यक्रम में देश भर से आए सभी विद्वानों व विदुषियों का चेयरपर्सन महान विदुषी मीना कुमारी व उनकी पूरी परिषद ने तिलक, माला व अंग वस्त्र देकर स्वागत किया।
अपने संबोधन में डॉ. बलजीत शास्त्री ने कहा कि ज्योतिष को यथार्थ रूप में जानने तथा सभी को सही मार्गदर्शन देने की बहुत जरूरत है। वैदिक ज्योतिष एक प्रत्यक्ष विज्ञान है। यथार्थ रूप के बिना यह गलत दिशा में ना जाए इस बात पर गौर करने की अति आवयकता है। भारत वर्ष में व्रत त्यौहार व ज्योतिषीय गणित में काफी भेद हो रहा है। व्रत, त्यौहार आदि नक्षत्र, तिथि, वार आदि के संयोग से ही चलते हैं। इसमें चंद्रमा की विशेष भूमिका रहती है। चंद्रमा की गति घटने-बढऩे से ही गणित में अंतर आता है। यह बात तथ्यों के साथ पंचांगों में समझानी चाहिए ताकि समाज में दैवज्ञों के प्रति भ्रांति ना हो और वैदिक ज्योतिष व सनातन में अटूट आस्था बनी रहे। वैदिक ज्योतिष के क्षेत्र में अपने शोधपत्रों व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार एवं नि:शुल्क शिक्षा देने हेतु हरियाणा ज्योतिष परिषद व पंच तत्व स्प्रिच्युअल द्वारा उन्हें ‘डिवाइन एस्ट्रो स्टार अवार्ड’ द्वारा सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय ज्योतिषचार्य अनित वत्स दिल्ली का मुख्य अभिभाषण रहा। आचार्य अक्षय शर्मा पंजाब, एस्ट्रो एडवोकेट अंतर्राष्ट्रीय गोल्डमेडलिस्ट सुधा शर्मा जयपुर, प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्या एवं महान विदुषी सुमन अत्री कैथल, ज्योति सोनीपत, एस्ट्रो देवेंद्र कौर चंडीगढ़, वृंदावन से मां पीताम्बरा, तेलंगाना से स्वामी आनंद महाराज, उत्तर प्रदेश से अजय चौबे, गुजरात से मुकेश शास्त्री व कथा वाचक राघवेंद्र महाराज मौजूद रहे। मंच संचालन जगदीश नामदेव व आशु मल्होत्रा ने किया।