अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद देश में गोहत्या पर लगे पूर्ण पाबंदी : सहजानंद
देश भर में अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर में भगवान श्री राम के विग्रह की स्थापना को लेकर उत्साह व उमंग है
एंटिक ट्रुथ | हिसार
सिद्ध महामृत्युंजय संस्थान मैयड़ के संस्थापक स्वामी सहजानंद सरस्वती ने भारत की आध्यात्मिक राजधानी और भारतीय सांस्कृतिक चेतना के केंद्रबिंदु अयोध्या में प्रभु श्रीराम चंद्र के भव्य मंदिर के निर्माण पर हर्ष जताया है। आज पूरा देश राममय हो गया है और देश भर में अयोध्या में भव्य श्री राम मंदिर में भगवान श्री राम के विग्रह की स्थापना को लेकर उत्साह व उमंग है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के यशस्वी नेतृत्व में भारतवर्ष प्रगति और विकास के नए आयामों को स्पर्श करेगा, ऐसा मेरा ही नहीं देश के जनमानस का दृढ़ विश्वास है।
सहजानंद सरस्वती ने कहा कि आज यह देखकर हर्षित हैं कि देश के प्रधानमंत्री आवास में प्रधानमंत्री के साथ गोमाता भी विराजमान हैं। महात्मा गांधी ने कहा था, गाय करुणा की कविता है। करुणा की प्रतिमूर्ति गोमाता की हत्या निस्संदेह हिंदू समाज को आहत करती है। हमें विश्वास है कि आप हमारी भावनाओं का सम्मान करते हुए गोरक्षा की दिशा में ठोस कदम उठाएंगे। संत समाज का विश्वास है कि सिर्फ आप ही इसे पूरा करने में समर्थ हैं। उन्होंने कहा कि देश के समस्त संत समाज और धर्मपरायण जनता की ओर से प्रधानमंत्री मोदी से उनकी विनम्र अपेक्षा है कि वे सनातन समाज के लिए पूजनीय गोमाता के वध पर पूरी तरह रोक लगाएंगे और गोवध करने वाले लोगों के लिए कड़े से कड़ा दंड सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने कहा कि गोवध निषेध सनातन समाज की चिरलंबित मांग है। गोहत्या रुकवाने के लिए अब तक इसके लिए न जाने कितने आंदोलन हुए और संतों ने गोमाता के लिए सीने पर गोलियां खाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी। यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाए, इसके लिए उन्हें आशा है कि प्रधानमंत्री संत समाज और करोड़ों सनातनी लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण गोवध निषेध लागू करवाएंगे। इससे उन संतों की आत्मा को शांति मिल सकेगी जिन्होंने सनातनी परम्परा और गोहत्या को रुकवाने के लिए अपना बलिदान दिया था।