तलवंडी राणा में स्थायी सडक़ की मांग को लेकर चल रहे धरने को हो गए 391 दिन
एंटिक ट्रुथ | हिसार
गांव तलवंडी राणा में स्थायी सडक़ की मांग को लेकर चल रहे धरने को आज 391 दिन हो गए हैं। यह जानकारी देते हुए तलवंडी राणा रोड़ बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि सर्दी, गर्मी, बारिश, तूफान के बावजूद भारी संख्या में लगातार पुरूषों, महिलाओं, बुजुर्गों, युवा लगातार धरने पर डटे रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2.2 किलोमीटर का रास्ता दिया है, जिस पर कार्य चल रहा है, परंतु 3 किलोमीटर का जो रोड़ बाकी है, उसे मंजूर नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि 2.2 किलोमीटर का जो रोड़ दिया है, उसे पुराने रोड़ से जोड़ दिया गया है, जो कि हवाई अड्डे की तीसरी पट्टी में आ चुका है। इससे पहले वाले हालात ही पैदा हो जाएंगे और ग्रामीणों से फिर से रोड छीन लिया जाएगा। इसलिए 3 किलोमीटर का राणा माईनर से रोड़ धांसू रोड़ गैस प्लांट तक अलग दिया जाए, ताकि भविष्य में इस समस्या का स्थायी समाधान हो सका। जब तक यह मंजूर नहीं हो जाता हमारा संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि धरनारत समिति को शक है कि इस मामले में सरकार पर भू-माफिया का दबाव है, इसीलिए इसमें देर हो रही है। भू-माफिया ने दूसरे रोड की तरफ जमीनें खरीद ली। अपनी जमीनों के दाम बढ़ाने के लिए भी वे इस रोड को बनने में बाधा डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि तलवंडी राणा रोड़ बंद हो जाने से लाखों ग्रामीण परेशान हैं। लोगों के काम-धंधे ठप हो गए हैं। रोजमर्रा के लिए शहर जाने वाले, छात्र-छात्राओं, कर्मचारियों, दूध, फल, सब्जी विक्रेताओं, किसानों व आम ग्रामीणों को भारी दिक्कतें पेश आ रही हैं। दूरी बढ़ जाने से ग्रामीणों का पैसा व समय बर्बाद हो रहा है। ग्रामीणों की मांग पर 25 जनवरी 2022 को हिसार की अनाज मंडी में जनसभा के दौरान की गई घोषणा का वादा निभाते हुए उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीणों को एयरपोर्ट के बीच से अस्थायी रोड दिया था जिसके बाद ग्रामीणों ने 26 जनवरी को धरना उठा लिया था। लेकिन एयरपोर्ट की पट्टी में आ जाने से यह रोड बंद कर दिया गया। ग्रामीणों की स्थायी रोड़ की मांग को पूरा करते हुए सरकार ने 2.2 कि.मी. का रोड़ मंजूर करवाकर ग्रामीणों को दिया गया जिसका निर्माण कार्य वर्तमान में चल रहा है। इसके साथ ही तीन किलोमीटर का रोड ग्रामीणों को दिया जाए ताकि रोड की समस्या का स्थाई समाधान हो।