जम्मू - कश्मीरराष्ट्रीय

जम्मू-कश्मीर में सेना पर आतंकी हमला, 4 जवान शहीद: ऑपरेशन जारी

दो सैनिकों के शव क्षत-विक्षत मिले; हथियार लूटकर भागे आतंकी

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में गुरुवार (21 दिसंबर) को आतंकवादियों ने सेना के दो वाहनों पर घात लगाकर हमला किया। दोपहर करीब 3:45 बजे हुए हमले में 4 जवान शहीद हो गए। हादसे में 3 जवान घायल भी हुए हैं। फिलहाल ऑपरेशन जारी है।

सेना के अधिकारियों के मुताबिक, जवानों और आतंकियों के बीच आमने-सामने लड़ाई हुई। शहीद हुए सैनिकों में दो के शव क्षत-विक्षत मिले। इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि उनके बीच हाथापाई भी हुई। साथ ही यह भी संभावना है कि आतंकियों ने सैनिकों को शहीद करके उनके हथियार लूट लिए।

सूत्रों के मुताबिक, यह हमला थानामंडी-सुरनकोट रोड पर डेरा की गली (DKG) नाम के इलाके में हुआ है। ये वाहन जवानों को लेकर सुरनकोट और बफलियाज जा रहे थे, जहां बुधवार रात सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। अभियान में शामिल सुरक्षाबलों से सेना का कॉन्टैक्ट आज हो पाया, जिसके बाद यहां अतिरिक्त सुरक्षाबल भेजा जा रहा था।

जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP बोले- पाकिस्तान ने योजनाबद्ध हमला करवाया

जम्मू-कश्मीर के पूर्व DGP एसपी वैद ने कहा- आर्मी व्हीकल पर हमला पाकिस्तान की तरफ से योजनाबद्ध तरीके से किया गया। जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के बाद जो सकारात्मक बदलाव हुए हैं, आतंकी इस नरेटिव को बदलना चाहते हैं।

एक दिन पहले सुरनकोट के पुलिस कैंप में हुआ था ब्लास्ट

पुंछ के सुरनकोट इलाके में 19-20 दिसंबर की दरम्यानी रात एक पुलिस शिविर में ब्लास्ट हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बुधवार (20 जनवरी) को इस घटना की जानकारी दी। ब्लास्ट इतना जोरदार था कि पुलिस कैंप में खड़े कई वाहनों की खिड़कियों के शीशे टूट गए।

जम्मू-कश्मीर में पिछली 6 आतंकी वारदातें…

पहला: 22 नवंबर को राजौरी में हुए हमले में 5 जवान शहीद हुए थे
जम्मू के राजौरी इलाके में 22 नवंबर को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में 5 जवान शहीद हुए थे। ये मुठभेड़ 34 घंटे चली थी, जिसमें सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया था। डिफेंस PRO ने बताया था कि मारे गए एक आतंकी का नाम कारी है। वह पाकिस्तानी नागरिक था। उसे पाक और अफगान मोर्चे पर ट्रेंड किया गया था।

दूसरा: 17 नवंबर को 2 एनकाउंटर, 6 आतंकी मारे गए
17 नवंबर को राजौरी और कुलगाम में दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकवादी मारे गए थे। पहला एनकाउंटर 16 नवंबर को कुलगाम में शुरू हुआ जो 17 नवंबर तक चला। इसमें 5 आतंकी मारे गए थे। ये सभी हाल ही में हुए टारगेट किलिंग में शामिल थे। दूसरा एनकाउंटर राजौरी में हुआ, जिसमें 1 आतंकी मारा गया था।

तीसरा: अक्टूबर में पुलिस इंस्पेक्टर को गोली मारकर हत्या
श्रीनगर में अक्टूबर ईदगाह इलाके में एक आतंकी ने पुलिस इंस्पेक्टर को तीन गोलियां मारी थीं। गोलियां उनके पेट, गर्दन और आंख में लगी थीं। इंस्पेक्टर की पहचान मसरूर अली वानी के रूप में हुई थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन TRF ने ली है। हमला उस समय हुआ, जब मसरूर वानी स्थानीय लड़कों के साथ क्रिकेट खेल रहे थे।

चौथा: सितंबर में 3 अफसर, 2 जवान शहीद हुए थे
जम्मू-कश्मीर में 13 सितंबर को आतंकियों के साथ दो मुठभेड़ में 3 अफसर और दो जवान शहीद हो गए थे। शहीद अफसरों में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और पुलिस के एक DSP शामिल थे। आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर सर्च ऑपरेशन के दौरान हमला किया था। इस दौरान दो आतंकी भी मारे गए। यहां सर्चिंग के दौरान सेना के डॉग की भी मौत हो गई थी।

पांचवां: 9 अगस्त को पकड़े गए थे 6 आतंकी
सुरक्षाबलों ने 15 अगस्त से पहले 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। पहला मामला 9 अगस्त की रात का है, जहां कोकेरनाग के एथलान गडोले में तीन आतंकी पकड़े गए। मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान समेत 3 लोग घायल हुए। दूसरा मामला उरी का है, जहां सुरक्षाकर्मियों ने लश्कर के 3 आतंकी पकड़े।

छठा: 6 अगस्त को तीन आतंकी मारे गए थे
6 अगस्त को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन में LoC के पास दो आतंकियों को मार गिराया था। ये आतंकी LoC के पास घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। इसी दिन शाम को भी घुसपैठ की कोशिश कर रहे एक अन्य आतंकवादी को मार गिराया गया था।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button