नैना चौटाला को पहली महिला सांसद चुनकर रचें इतिहास : दुष्यंत चौटाला
किए गए कामों को जन-जन तक पहुंचा कर विरोधियों के दुष्प्रचार का मुंहतोड़ जवाब दे कार्यकर्ता : दुष्यंत
एंटिक ट्रुथ | उकलाना
हिसार लोकसभा की जनता के पास पहली महिला सांसद चुनकर दिल्ली भेजने का ऐतिहासिक मौका है, इस मौके को हाथ से न जाने दें और जेजेपी प्रत्याशी नैना सिंह चौटाला को विजय बनाकर नया इतिहास रचें। यह बात हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने उकलाना में युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने उकलाना में पार्टी प्रत्याशी नैना सिंह चौटाला के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान युवाओं में दुष्यंत चौटाला को देखने व सुनने का जबरदस्त क्रेज दिखा। पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के समरोह में पहुँचते ही युवाओं ने ‘सीएम आया, सीएम आया’ के नारों से पांडाल को गुंजायमान कर दिया।
जन नायक जनता पार्टी के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दुष्यंत चौटाला ने कहा कि विरोधी जजपा की नीतियों व नेताओं की लोकप्रियता से घबरा कर दुष्प्रचार करते हैं, आप लोग जनता के बीच जाकर साढ़े चार साल गठबंधन सरकार में रहते और पांच साल मेरे हिसार के संसदीय कार्यकाल में किए गए कार्यों के बारे में बता कर विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दो।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उन्होंने बतौर सांसद अनेक काम हिसार की लोकसभा के जनता को समर्पित किये जिनका अनुसरण दूसरे प्रदेशों में किया गया। वहीं उन्होंने साढ़े चार साल तक उपमुख्यमंत्री रहते हुए हर मिनट हरियाणा के जनता के हित और उनके उत्थान के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि जेजेपी की हरियाणा सरकार में भागीदारी का ही परिणाम था कि किसानों के खाते में 48 से 72 घंटे के भीतर राशि पहुंच जाती थी। किसानों को मंडियों में रात नहीं बितानी पड़ती थी और गेहूं व सरसों की फसलों का उठान चंद घंटों में हो जाता था। आज प्रदेश की मंडियों में हालात बद से बदतर हैं और कई सप्ताह से खुले आसमान में किसानों की फसलें पड़ी हैं।
उन्होंने कहा जेजेपी की हरियाणा सरकार में भागीदारी की बदौलत पिछड़ों को 8 प्रतिशत आरक्षण मिला, वृद्धावस्था पेंशन 3000 तक पहुंची, एचटेट का पेपर देने के लिए युवाओं को 50 किलोमीटर से ज्यादा दूर नहीं जाना पड़ता, 20 हजार किलोमीटर चमचमाती सडक़ बनी। उन्होंने कहा कि देश भर में भाजपा की एक दर्जन से ज्यादा प्रदेशों में सरकार है लेकिन किसी भी प्रदेश में 2000 रुपये भी पेंशन नहीं है। उन्होंने कहा जेजेपी ने अडक़र बुजुर्गों की पेंशन 3000 रुपये तक पहुंचवाई। बुजुर्गों को अपनी पेंशन के लिए बैंकों में नहीं जाना पड़ता और उनके खातों में सीधी पेंशन पहुंचती है ।उन्होंने गठबंधन सरकार में जेजेपी द्वारा करवाए गए कामों का ब्यौरा देते हुए कहा कि नई दिल्ली में रविदास में मंदिर तोड़ा गया था तो जेजेपी की हट के कारण कुरुक्षेत्र में 5 एकड़ भूमि पर रविदास मंदिर की नींव रखी गई ।
दुष्यंत चौटाला ने कहा कि संघर्ष पार्टी कार्यकर्ताओं के खून में है और संघर्ष करने वालों की कभी हार नहीं होती। उन्होंने कहा कि हमारा हौसला कम नही हुआ है और 1987 का इतिहास दोहराने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि हम रूठे हुए को मनाएंगे और घर-घर जाकर उन्हें समझाएंगे।
पार्टी प्रत्याशी नैना चौटाला ने यहां युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि इस चुनाव के कमान युवा संभाले और पार्टी का घर-घर जाकर प्रचार करें। नैना चौटाला ने कहा कि जिस प्रकार वानर सेना ने एक-एक पत्थर चुनकर रामसेतु तैयार किया था ठीक उसी तरह मेरे पुत्र सामान हिसार लोकसभा का प्रत्येक युवा कार्यकर्ता अपनी माँ के लिए एक-एक वोट जोडक़र चाबी के निशान पर डलवाएगा तो हमारी सफलता का सेतु तैयार करने से हमें कोई नहीं रोक पाएगा। जजपा प्रत्याशी ने कहा कि 30 से 40 प्रतिशत ऐसे मतदाता होते हैं जो किसी पार्टी से नहीं जुड़े होते जो पहले उनके पास पहुँच जाता है वे उसी के पक्ष में मतदान कर देते हैं। इसलिए महिलाएं खुद को नैना समझकर, युवा कार्यकर्ता दुष्यंत बनकर, सभी बड़े डॉ. अजय सिंह बनकर और बुजुर्ग चौ. देवीलाल बनकर हर घर पर दस्तक देकर हिसार लोकसभा के प्रत्येक मतदाता तक चाबी का निशान पहुंचाएँ और 25 मई के दिन जजपा को वोट देने कि अपील करें।
इस मौके पर जेजेपी के राष्ट्रीय संगठन सचिव राजेन्द्र लितानी, जिलाध्यक्ष अमित बूरा, हलकाध्यक्ष अनिल बालकिया, अजीत ओडीएम, कै. छाजूराम, युवा हलका प्रभारी बबलू गोदारा, युवा हलकाध्यक्ष नरेश पूनिया, प्रदेश सचिव संदीप कुंडू, विपिन गोयल, राजेंद्र चुटानी, योगेश गौतम, सौरभ नैन, रवि रेडू, अनिल कुंडू, कल्लू मतलौडा, प्रदीप मतलौडा, तेजा पूनिया, प्रेम खटक, धर्मबीर बोबुआ, मंगल चमारखेड़ा, सोनू चमारखेड़ा, डॉ सोनू, सुनील ढाका, प्रदीप सिवानी, अनूप चेयरमैन, अमित सरसाना, सुभाष पातड़, अजीत सिहाग, जुगबीर किरमारा, जगदीप कुंडू, रघबीर थानेदार, हरीश गर्ग, रोहताश कंडूल, सुंदर बंसल, सोनिया बतरा, सपना पूनिया, कमलेश शर्मा, संदीप पूनिया, रामनिवास खरक पूनिया, अमित सौथा, मंजीत पनिहारी, ओमप्रकाश मंत्री, राजाराम, दिलदार पूनिया, राजबीर ठेकेदार, सरपंच काला कनोह, होशियारा बिठमड़ा, बिंदर, कुलदीप कासवां, जगदीश सहारण, कुलदीप कोहाड़, धर्मबीर सिहाग, बलवान फरीदपुर, रणसिंह भेरियां, कृष्ण लितानी, लीला कुम्भा, रामकुमार सरपंच बधावड़, अनूप सरपंच ढाड, राजेश बनभौरी, चंचल खेदड़ आदि मौजूद रहे।